लाल सागर पश्चिम में अफ्रीका, पूर्व में अरब प्रायद्वीप से घिरा एक सँकरा तथा लंबा, उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व को फैला सागर है, जिसकी लंबाई १,४३५ मील तथा सर्वधिक चौड़ाई २१५ मील है। इसका उत्तरी भाग सिनाई प्रायद्वीप द्वारा दो खाड़ियों में पश्चिम में स्वेज तथा पूर्व में अकाबा की खाड़ी में, बँट गया है। स्वेज की खाड़ी २१० मील लंबी तथा १८ मील चौड़ी है और अकाबा की खाड़ी ११८ मील लंबी तथा १० मील चौड़ी है। स्वेज की खाड़ी १०३ मील लंबी स्वेज नहर द्वारा भूमध्य सागर से संबद्ध है। लाल सागर दक्षिण में १६ मील चौड़े वैव एल मैंडेव, जल संयोजक, द्वारा हिंद महासागर से संबद्ध है। वैसे यह एक उथला (औसत २६७ फैदम गहरा) सागर है, किंतु कहीं कहीं, जैसे पोर्ट सूडान के पास, १,४२० फैदम तक गहरा है। इसके दोनों किनारों पर कई छोटी छोटी खाड़ियाँ भी हैं। इसके अंदर सॉकिन, ज़ेबाजिर, डालैक, ज़ुकर, ग्रेट हैनिश, पेरिम तथा फारासान आदि द्वीप स्थित हैं। इसके आस पास वर्ष भर ऊँचा ताप रहने के कारण रेगिस्तानी जलवायु वाले देश स्थित हैं। इसके किनारे जिद्दा, हेजाज़, मोका, क्यूसिर, मिस्र, पोर्ट सूडान, स्वेज, अकाबा आदि नगर स्थित हैं। उत्तरी अफ्रीका तथा यूरोप का एशिया के देशों से स्वेज नहर द्वारा संबंध होने से इसकी व्यापारिक महत्ता बहुत बढ़ गई है। इसके जल में एक प्रकार का लाल शैवाल होने के कारण इसका नाम लाल सागर पड़ा है। (सु.चं.श.)