लॉज, जान बेनेट, सर (१८१४-१९०० ई.) सुप्रसिद्ध अंग्रेज कृषिवेत्ता थे। इनका जन्म इंग्लैंड के विख्यात स्थान रॉथम्स्टेड में २८ दिसंबर, सन् १८१४ को हुआ। इनकी शिक्षा दीक्षा ऑक्सफर्ड में हुई। इनकी रुचि कृषि संबंधी प्रयोगों की ओर अधिक थी, अत: उसी दिशा में कार्य किया। सन् १८४२ में इन्होंने एक फ़ॉस्फ़ेट उर्वरक का पेटेंट कराया। यह प्रथम सुपरफॉस्फ़ेट था, जिसे काप्रोलाइट पर सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया से तैयार किया गया था। इस प्रकार इन्होंने ही इंग्लैंड में सर्वप्रथम कृत्रिम खादों के उद्योग का सूत्रपात किया।

लॉज के साथ जे.एच. गिलबर्ट का भी नाम सदा अमर रहेगा। ये ही लॉज के रसायन के प्रोफेसर थे। इन दोनों ने साथ साथ रॉथमस्टेड प्रायोगिक केंद्र की स्थापना की। यह केंद्र न केवल इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ कृषि संबंधी प्रायोगिक केंद्र है, वरन् विश्व में अग्रगण्य स्थान रखता है। सन् १८४३ से ही भूमि में उर्वरक डालने के संबंध में जो प्रयोग प्रारंभ हुए थे, वे आज तक उसी रूप में चल रहे हैं।

लॉज को उनकी कृषि सेवाओं के उपलक्ष में १८५४ ई. में एफ.आर.एस. की उपाधि से विभूषित किया गया। (शिवगोपाल मिश्र)