रोमुलस मार्स (रणदेवता) का लड़का कहा जाता है। रामुलस और रेमस एक ही साथ सिल्विया के गर्भ से उत्पन्न हुए और उनके दादा ने उन्हें एक डिब्बे में रखकर टाइबर नदी में फेंक दिया। बाद में इसी स्थान पर रोम बसा और बहुत समय तक इसे एक पवित्र स्थान माना जाता रहा। उस स्थान से इन दोनों बच्चों को निकालकर एक मादा भेड़िए ने उनको दूध पिलाया। इसके बाद में दोनों बच्चे एक लकड़हारा के हाथ लगे। अंत में एक गड़रिया दंपत्ति ने इनका पालन पोषण कर इन्हें बड़ा किया। ये दोनों ही उस गड़रिए के एक लड़ाकू दल के नेता बनकर इधर उधर लड़ाई झगड़ों में फँसे रहे। इसी बीच उनके बाबा ने उन्हें पहचान लिया और उन्होंने एमुलियस की हत्या कर उन्हें अपनी गद्दी पर बैठाया। बाद में एक झगड़े में रेमस मारा गया। रोमुलस ने भूले भटके और बिखरे हुए लोगों को एकत्र कर अपनी शक्ति दृढ़ की। बलात् औरतें पकड़कर उनसे शादी करवाई और अपने शत्रुओं से लड़ता रहा। उसका सर्वाधिक भयानक शत्रु टाइटस टेटियस था। लेकिन भीषण संघर्ष के बाद दोनों ने संधि कर ली और दोनों साथ साथ राज्य करते रहे। इसके बाद लेविनियम में टेटियस की मृत्यु हो जाने पर वह निर्विघ्न रूप से शासन करने लगा। पर एक दिन अचानक ही एक तूफान में फँसकर गायब हो गया। तभी से एक देवता के रूप में उसकी पूजा होने लगी। अनेक मनगढंत उपाख्यान उसके जीवन से जुड़ने लगे। उसके जीवनवृत्तांत ने पौराणिक कथा का रूप धारण कर लिया।
समान्यत: 'रोमुलस' का अर्थ 'रोमन' होता है लेकिन रेमस की व्युत्पत्ति और उसके अर्थ का कुछ पता नहीं चलता।
रोमुलुस रोम की अनेक सैनिक, धार्मिक और राजनीतिक संस्थाओं का संस्थापक माना जाता है। ((स्व.) सत्यदेव विद्यालंकार)