रैक्व वायु को सृष्टि का आदिकारण माननेवाले (छांदो., ४-३-१-२) एक तत्वज्ञानी ऋषि (पद्म.उ. १७६) जो गाड़ी के नीचे निवास करने के कारण रेक्व 'सयुग्वा' कहलाए। जनश्रुति राजा मृगया के समय दो हंसों के वार्तालाप में इनके पुण्य की प्रशंसा सुन, ढूँढ़ता हुआ आया और इन्हें बहुमूल्य दान देना चाहा परंतु उसे अस्वीकार कर इसने उल्टे उन्हें ही अपनी गाड़ी दान में दे दी। तदनंतर राजा ने अपनी कन्या तथा एक गाँव (स्कंद पु. ३-१-२६) इन्हें दान में देकर तत्वज्ञान का उपदेश ग्रहण किया।