रेणुका रेणु राजा की कन्या, परशुराम की माता और जमदग्नि ऋषि की पत्नी जिनके पाँच पुत्र थे। जमदग्नि ने इनसे रुष्ट हो जाने पर अपने पाँचों पुत्रों को इनका सिर काट लेने की आज्ञा दी। चार ने तो ऐसा करने से इनकार कर दिया पर परशुराम ने पिता का आज्ञा का पालन किया। फिर पिता के प्रसन्न हो जाने पर उनके वरदान से रेणुका जीवित हो गई। (रामज्ञा द्विवेदी)