रेडीमनी, सर कोवासजी जहाँगीर (१८१२-१८७८) बंबई के विख्यात धनी व्यक्ति । अठारहवीं सदी में उनके पूर्वज गुजरात छोड़कर आ बसे थे। १५ वर्ष की अवस्था में ही उन्होंने डंकन, गिब ऐंड कंपनी में प्रवेश किया। सन् १८३७ में वे दो यूरोपियन व्यापार संस्थाओं के जमानती दलाल नियुक्त हुए। १८८६ में उन्होंने निजी व्यवसाय शुरु किया। उनकी सबसे महत्व की उपलब्धि थी नए प्रस्तावित आयकर के सिलसिले में। १८६६ में वे आयकर के कमिश्नर नियुक्त किए गए और उनके प्रयत्नों से इस दिशा में सरकार को काफी आमदनी हुई। सन् १८७१ में उन्हें सी. एस. आई. की उपाधि मिली और १८७२ में के. बी. की। बंबई की विविध संस्थाओं को उन्होंने अपने जीवनकाल में करीब २५ लाख रुपया दान किया। (मुद्रा राक्षस)