रिहंद बाँध सेन नदी की सहायक रिहंद (रेणु) नदी पर, जो भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के मिर्जापुर जिले में बहती है, बनाया गया है। यह मिर्जापुर से १६० किमी. दक्षिण मध्यप्रदेश की सीमा पर पिपरी नामक स्थान पर बना है। कंक्रीट का बाँध नींव से ९३.२७ मीटर और नदी तल से ७६२ मीटर ऊँचा है। इसकी लंबाई ९३३.९ मीटर है और सतह ६९.१९ मीटर चौड़ी है। पानी एकत्र करने के लिए गोविंदवल्लभ पंत सागर बनाया गया है, जिसका क्षेत्रफल ४६६ वर्ग किमी. है। इसमें ८६ एकड़ फुट पानी भर सकता है। सागर का पानी बिजलीघर चलाने के लिए साल भर निकलता रहता है। यह पानी सोन में गिरकर नहरों द्वारा सिंचाई के लिए मिलता रहता है।

बाँध का काम १९५७ ई. में प्रारंभ हुआ था। यहाँ का बिजलीघर १२८ मीटर लंबा एवं १६ मीटर चौड़ा है तथा बिजली पैदा करने की छह मशीनें लगाने की व्यवस्था है। यहाँ उत्पन्न की गई बिजली को ट्रांसफार्मरों द्वारा दूर तक पहुँचाने की व्यवस्था है। इस बिजलीघर से ९,१९८ लाख यूनिट बिजली प्राप्त होगी, जिससे गाँवों, नलकूपों, बड़े बड़े उद्योगों, मझले और लघु उद्योगों, रेलों एवं सिंचाई के लिए बिजली मिलने लगेगी। पिपरी के ऐलुमिनियम कारखाने को यहीं से विद्युत् प्राप्त होती है। इस योजना से बिहार तथा मध्यप्रदेश को भी लाभ हो रहा है।