रिचर्डसन, हेनरी हेंडेल, इदिल फ्लोरेंस रिचर्डसन् (१८७०-१९४६) का उपनाम, आस्ट्रेलियाई लेखिका; मेलबोर्न में जन्म। प्रेस्बिटीरियन महिला कालेज से शिक्षा प्राप्त करने के बाद लाइप्ज़िग में संगीत की शिक्षा ली और लंदन विश्वविद्यालय के प्रो.जे.जी. रॉबर्ट्सन से विवाह होने के बाद संगीत व्यवसाय छोड़कर उपन्यास लिखना आरंभ किया। पहला उपन्यास 'मॉरिस गेस्ट' (१९०८) लाइप्ज़िग के संगीत जगत् के वातावरण में रची हुई एक दु:खांत प्रेमकथा थी और दूसरा उपन्यास 'द गेटिंग ऑव विज़्डम' (१९१०) मेलबोर्न के बालिका विद्यालय के जीवन से संबंधित था। इन उपन्यासों का कोई विशेष ख्याति नहीं मिली पर सन १९२९ में विशाल उपन्यास 'दि फ़ॉर्च्यून्स ऑव महोनी' के तीसरे अंतिम भाग 'आल्टिमा पूल' के प्रकाशन के बाद रिचर्डसन का विश्वप्रसिद्धि मिली। साथ ही विश्वसाहित्य में अभी तक अज्ञात आस्ट्रेलियाई साहित्य को भी एक स्थान प्राप्त हुआ। इस उपन्यास का एक उपसंहार भी चिर्डसन ने 'एंड ऑव ए चाइल्डहुड' (१९३४) नाम से लिखा। उनकी अंतिम कृति 'माइसेल्फ़ व्हेन यंग' (१९४८) मरणोपरांत प्रकाशित हुई। (लीला अवस्थी)