राष्ट्रपति (संयुक्त राज्य अमरीका के) अमरीका का राष्ट्रपति वहाँ के शासन का सर्वोच्च कार्यकारी अधिकारी होता है। उसका निर्वाचन चार वर्षों के लिए होता है और वह पुन: राष्ट्रपति चुना जा सकता है। उसके कर्तव्य, अधिकार और चुनाव आदि की व्याख्या अमरीकी संविधान के अनुच्छेद २, तथा संशोधनों के अनुच्छेद १२, २० तथा २२ में की गई हैं। वह अमरीकी स्थल सेना तथा नौसेना का प्रधान सेनापति होता है। राज्य के विरुद्ध अपराध करनेवालों को क्षमादान करने का तथा सिनेट की सहमति से संधि करने एवं राजदूतों, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायपतियों तथा महत्व के अन्य कतिपय अधिकारियों के नियुक्त करने का अधिकार भी उसे हैं।

राष्ट्रपति, संयुक्त राष्ट्र अमरीका के,

१.����� जार्ज वॉशिंगटन - जन्म २२ फरवरी १७३२; मृत्यु १४ दिसंबर, १७९९। आरंभिक जीवन में भूमि निरीक्षक के पद पर नियुक्त थे। १७५३ में ओहायो घाटी में फ्रांसीसियों को घुसने से रोकने के लिए भेजे गए। १७५५ से १७५८ तक फ्रांसीसियों के विरुद्ध युद्ध में संलग्न थे और अंतत: फोर्ट डुक्वेने पर अधिकार कर लिया। स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लेते रहे। प्रथम तथा द्वितीय कांटिनेंटल कांग्रेस के सदस्य रहे, जून, १७७५ में अमरीकी सेना के प्रधान नियुक्त हुए तथा अंगरेजी सेना के विरुद्ध ट्रेंटन, प्रिंस्टन और यार्कटाउन के युद्धों में विशेष सफल रहे १७८७ में उस संघीय अधिवेशन के अध्यक्ष रहे जिसने अमरीका का संविधान स्वीकार किया। सर्वसंमति से राष्ट्रपति चुने जाने पर ३० अप्रैल, १७८९ को पद ग्रहण किया। इन्होंने हैमिल्टन की आर्थिक नीति अपनाई, विदेशों से तटस्थता की नीति रखी और १७६६ में विदाई समारोह पर संगठित रहने एवं स्थायी संधियों से दूर रहने की सलाह देकर आठ वर्ष पश्चात् अवकाश लिया। इन्होंने अपने कठिन परिश्रम, गंभीर औपचारिकता तथा निष्पक्ष व्यवस्था द्वारा अमरीका की राष्ट्रीय समस्याओं का समाधान किया। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

२.����� जॉन एडम्स - दे. एडम्स, जान।

३.����� टॉमस जेफरसन - दे. जेफरसन, टॉमस।

४.����� जेम्स मैडिसन, जन्म, मार्च १७५१; मृत्यु २८ जून, १८३६। न्यूजर्सी कालेज में शिक्षा प्राप्त कर राजनीति में भाग लेना आरंभ किया। इन्होंने वर्जिनिया और संयुक्त राज्य के संविधान के निर्माण में विशेष योग दिया। संविधान के प्रथम दस संशोधन इन्हीं के द्वारा प्रस्तावित थे। यह जेफ़र्सन के अनुयायी थे और १८०१ से १८०९ तक उनके सेक्रेटरी ऑव स्टेट भी थे। १८०९ से १८१७ तक राष्ट्रपति के पद पर रहे। इनके प्रशासनकाल में १८१२ में, अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध में अमरीका को क्षति उठानी पड़ी जिससे जनता में इनका सम्मान घट गया। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

५.����� जेम्स मुनरो - जन्म, २८ अप्रैल सं. १७५८; मृत्यु, ४ जुलाई, १८३१। अमरीका के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेकर लेफ्टीनेंट पद प्राप्त किया। स्वतंत्रता स्थापित हो जाने के बाद कुछ दिन वकालत की। समय समय पर अनेक राज्य संबंधी महत्वशाली पद सुशोभित किए। प्रेसीडेंट मैडिसन के शासन में क्रमश: राज्य तथा युद्ध मंत्री का पद सँभाला। १८१६ में, तथा दूसरी बर १८२० में राष्ट्रपति, चुना गया। मुनरो का शासन अमरीका के इतिहास में 'सद्भावनाओं का युग' कहलाता है। अमरीका में किसी यूरोपियन शक्ति का हस्तक्षेप उसे पसंद न था। यह राजनीतिक सिद्धांत उसी के नाम पर 'मुनरो डॉक्ट्रिन' कहलाता हैं। १८२४ में मुनरो ने अवकाश ग्रहण किया। उसके अंतिम दिन घोर आर्थिक संकट में बीते। (वि.घ.व.)

६.����� जॉन क्विंसी एडम्स - दे. एडम्स, जॉन क्विंसी।

७.����� ऐंड्रू जेम्सन - दे. जेक्सन, ऐंड्रू।

८.����� ब्यूरेन, मार्टिन वान - जन्म, ५ दिसंबर, १७८२; मृत्यु, २४ जुलाई, १८६२। १८२१ और १८२७ में क्रमश: सिनेटर और १८२८ में न्यूयार्क का गवर्नर निर्वाचित हुआ। १८२९ से १८३१ तक राष्ट्रपति जैक्सन का मंत्री रहा। १८३२ में उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुआ। उसे लोग 'छोटा जादूगर' कहते थे। राजनीति में उसने राष्ट्रपति जैक्सन की नीतियों पर भी प्रभाव डाला। १८३६ में राष्ट्रपति के निर्वचन में विलियम हेनरी हैरिसन को पराजित किया। उसने स्वतंत्र कोष व्यवस्था आरंभ की और बैंकों के संचित कोष के पारस्परिक बीमे का आरंभ उसी ने प्रथम बार किया। ब्यूरेन ने राजस्व के लिए टेरिफ के उपयोग को अधिक महत्व दिया, और आंतरिक विकास के हेतु राष्ट्रीय संपत्ति के व्यय का समाप्त किया।

९.����� विलियम हेनरी हैरिसन - जन्म, ९ फरवरी, १७७३; मृत्यु, ४ अप्रैल, १८४१ आरंभ में कुछ दिनों तक सेना में रहने के पश्चात् १८०१ से १८१२ तक इंडियाना प्रदेश के प्रथम गवर्नर रहे। १८१२-१८१४ के युद्ध में विशेष सफलताएँ प्राप्त की और ओहायो से कांग्रेस तथा सेनेट के सदस्य चुने गए। १८४० में राष्ट्रपति निर्वाचित हुए परंतु कार्यभार ग्रहण करने के एक मास पश्चात् ही इनकी मृत्यु हो गई।

१०. जॉन टाइलर - दे. टाइलर, जॉन।

११. जेम्स नाक्स पोक - जन्म, २ नवंबर, १७६५; मृत्यु, १५ जून, १८४९। १८१८ में उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय से शिक्षाप्राप्त कर १८२० में इन्होंने वकालत आरंभ की। १८२५ से १८३९ तक कांग्रेस के सदस्य, १८३९ से १८४१ तक टेनेसी के गवर्नर तथा १८४५ में १८४९ तक राष्ट्रपति रहे। यह विस्तारवादी नीति के समर्थक थे और अपने प्रशासनकाल में इन्होंने ऑरेगन की सीमा संबंधी समस्या सुलझाई तथा कैलिफोर्निया और न्यूमैक्सिको का विलय कराया। (चंद्रभूषण त्रिपाठी.)

१२. जकारी टेलर - दे. जकारी टेलर।

१३. मिलर्ड फिल्मोर - जन्म ७ फरवरी, १८००; मृत्यु, ८ मार्च, १८७४। इन्होंने १८२३ में वकालत प्रारंभ की तथा १८३३ से १८३५ तक और १८३७ से १८४३ तक कांग्रेस के सदस्य रहे। १८४८ में उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए और टेलर के देहावसान के उपरांत जुलाई १८५० से मार्च १८५३ तक राष्ट्रपति रहे। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

१४. फ्रैंकलिन पियर्स - जन्म, २३ नवंबर, १८०४; मृत्यु, ८ अक्टूबर १८६९। इन्होंने १८२७ में वकालत आरंभ की और १८३३ से १८३७ तक कांग्रेस तथा १८३७ से १८४२ तक सेनेट की सदस्यता की। १८५३ से १८५७ तक राष्ट्रपति के पद पर थे। इन्होंने कमोडोर पेरी को जापान भेजा और १८५४ में कांसस नेब्रास्का ऐक्ट पास किया। यह दासप्रथा के अनुयाइयों से प्रभावित थे। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

१५. जेम्स व्यूकैनन - जन्म, २३ अप्रैल, १७९१; मृत्यु १ जून, १८६८। इन्होंने १८१२ में वकालत प्रारंभ की। १८२१ से १८३१ तक कांग्रेस के सदस्य रहे। १८३२ से १८३४ तक रूस में राजदूत रहे। १८३५ से १८४५ तक सीनेट के सदस्य थे। १८४५ से १८४९ तक पोक के सेक्रेटरी ऑव स्टेट और १८५३ से १८५६ तक ग्रेट ब्रिटेन में राजदूत रहे। डिमाक्रेटिक दल की सहायता से निर्वाचित होकर १८५७ से १८६१ तक राष्ट्रपति रहे। इन्होंने विभिन्न राज्यों के संयुक्त राज्य से पृथक होने के अधिकार का विरोध किया। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

१६. एब्राहम लिंकन - जन्म, १२ फरवरी, १८०९; मृत्यु १५ अप्रैल, १८६५। क्लार्क और पोस्टमास्टर के कार्य से जीवन आरंभ किया और १८३६ में वकालत आरंभ की। १८५६ में रिपब्लिकन दल के सदस्य बने तथा अपने प्रतिद्वंदी डगलस के साथ वाद-विवाद कर यह प्रसिद्ध हो गए। १८६० में इनके राष्ट्रपति चुने जाते ही दक्षिण के कुछ राज्य संयुक्त राज्य से अलग होने लगे। पद ग्रहण करते ही इन्होंने संघ की रक्षा करने का बीड़ा उठाया और यह स्पष्ट किया कि राज्यों को पृथक् होने का अधिकार नहीं है। इनके प्रशासनकाल में घोर गृहयुद्ध हुआ, परंतु इन्होंने संघ की रक्षा की और दास प्रथा का विरोध किया। १८६४ में यह पुन: राष्ट्रपति निर्वाचित हुए परंतु १४ अप्रैल, १८६५ को थिएटर देखते समय गोली के शिकार हुए और दूसरे दिन चल बसे। अमरीका के महान् राष्ट्रपतियों में इनका विशिष्ट स्थान है। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

१७. ऐंड्रू जॉन्सन - दे. जॉन्सन, ऐंड्रू।

१८. यूलीसीज़ सिंपसन ग्रांट - जन्म, २७ अप्रैल, १८२२; मृत्यु, २३ जुलाई, १८८५। मिलिटरी अकादमी में शिक्षा प्राप्त कर अमरीकी सेना में भर्ती हुए और मैक्सिको, कैलिफोर्निया तथा ऑरेगन में बहुमूल्य सैनिक सेवाएँ कीं। गृहयुद्ध में अपनी सैनिक सफलताओं द्वारा जनरल का पद प्राप्त कर लिया। १८६७ से १८६८ तक यह यंद्धमंत्री रहे और रिपब्लिकन दल की सहायता से निर्वाचित होकर १८६९ से १८७७ तक राष्ट्रपति के पद रहे। इनका प्रशासनकाल संकटपूर्ण था जिसमें भ्रष्टाचार भी फैला। (चंद्रभूषण त्रिपाठी.)

१९. रदरफोर्ड वर्चर्ड हेज - जन्म, ४ अक्टूबर, १८२२; मृत्यु, १७ जनवरी, १८९३। हारवर्ड से कानून की शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने १८४५ से वकालत प्रारंभ की। १८६७, १८६९ और तीसरी बार १८७५ में ओहायो के गवर्नर नियुक्त हुए तथा १८७७ से १८८१ तक राष्ट्रपति रहे। इन्होंने ग्रांट के सैनिक शासन का अंत कर शांतिपूर्ण शासन व्यवस्था स्थापित करने की चेष्टा की।

२०. जेम्स एब्राहम गारफील्ड - जन्म, १९ नवंबर, १८३१; मृत्यु, १९ सितंबर १८८१। इन्होंने विलियम कालेज से शिक्षा प्राप्त कर वकालत आरंभ की और १८५९ में सेनेट के सदस्य चुने गए। गृहयुद्ध में इन्होंने सैनिक सेवा भी की। १८८१ में राष्ट्रपति निर्वाचित हुए परंतु पदारोहण के कुछ ही महीने पश्चात् एक असंतुष्ट पदलोलुप व्यक्ति ने इनकी हत्या कर दी। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

२१. चेस्टर एलन आर्थर - दे. आर्थर, चेस्टर एलन।

२२. स्टीफेन ग्रोवर क्लीवलैंड - दे. क्लीवलैंड, स्टीफेन ग्रोवर।

२३. वैंजामिन हेरिसन - जन्म, २० अगस्त, १७३३; मृत्यु १३ मार्च, १९०१। यह नवें राष्ट्रपति विलियम हेनरी हैरिसन के पोते थे। १८८१ से १८८७ तक सेनेट के सदस्य थे। १८८९ से १८९३ तक के इनके प्रशासनकाल में प्रशांत महासागर की दिशा में अमरीका की साम्राज्यवादी नीति का विस्तार हुआ। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

२४. विलियम मैकिन्ले - जन्म, २९ जनवरी, १८४३; मृत्यु, १४ सितंबर, १९०१। गृहयुद्ध में सैनिक सेवा करने के उपरांत १८६७ में इन्होंने वकालत आरंभ की। रिपब्लिकन दल के सदस्य बनकर १८७७ से १८८३ तक कांग्रेस के सदस्य रहे और भीतरी आयातकर का समर्थन करते रहे। सन् १८९२ से १८९६ तक आहायो के गवर्नर और १८९७ से १९०१ तक राष्ट्रपति रहे।श् इनके प्रशासनकाल में आयात कर सबसे अधिक था। स्पेन से युद्ध छेड़कर इन्होंने फिलीपीन, पोर्टोरिको, और गुआम पर अधिकार कर लिया और हवाई पर अधिकार कर अमरका को एक विश्वशक्ति बना दिया। १९०० में फिर राष्ट्रपति चुने गए परंतु ६ सितंबर, १९०१ को एक क्रांतिकारी ने इनपर गोली चलाई जिससे इनका प्राणांत हुआ। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

२५. थियोडोर रूजवेल्ट - जन्म, २७ अक्टूबर, १८५८; मृत्यु, ६ जनवरी, १९१९। हारवर्ड से शिक्षा प्राप्त कर इन्होंने ऐतिहासिक ग्रंथ लिखना आरंभ किया। फिर विभिन्न सरकारी पदों पर काम कर शासन संचालन का समुचित ज्ञान प्राप्त किया। सन् १९०० में उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए और मैकिन्ली की मृत्यु के पश्चात् राष्ट्रपति हुए तथा १९०५ में पुन: निर्वाचित होकर १९०९ तक उक्त पद पर रहे। इन्होंने १९०३ में अमरीका के लिए पनामा नहर खुदवाने का अधिकार प्राप्त किया तथा १९०५ में रूस और जापान में संधि कराने के फलस्वरूप १९०६ में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया। प्रथम विश्व महायुद्ध में यह मित्र राष्ट्रों की ओर थे। (चंद्रभूषण त्रिपाठी.)

२६. विलियम, हॉवर्ड टैफ्ट - दे. टैफ्ट, विलियम हावर्ड।

२७. बुडरो विल्सन - जन्म, २८ दिसंबर, १८५६; मृत्यु, ३ फरवरी, १९२४। प्रिंस्टन तथा वर्जिनिया विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर १८८२ में वकालत प्रारंभ की। जॉन हॉप्किंस विश्वविद्यालय से १८८६ में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। ये विभिन्न स्थानों पर इतिहास तथा न्यायशास्त्र के अध्यापक रहे। १९११-१२ में न्यूजर्सी के गवर्नर रहे और डिमाक्रेटिक दल की ओर से १९१२ में राष्ट्रपति निर्वाचित होकर १९१९ तक उस पद पर रहे। इन्होंने शासन में महत्वपूर्ण सुधार किए। १९१७ में विश्वमहायुद्ध में भाग लेकर मित्र राष्ट्रो को विजय दिलाई और १९१८ में संधि के लिए इन्होंने अपने चौदह सिद्धांत रखे तथा राष्ट्रसंघ (लीग ऑव नेशन्स) की महत्ता स्पष्ट की। जब अमरीकन सेनेट ने संधि प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया तो इन्हें गहरा धक्का लगा। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

२८. वारेन गेमेलियस हार्डिग - जन्म, २ नवंबर, १८६५; मृत्यु, २ अगस्त, १९२३। इन्होंने जीवन का आरंभ पत्रसंपादन से किया। रिपब्लिकन दल की ओर से १९०४ से १९०६ तक ओहायो के लेफ्टेनेंट गवर्नर और १९१५ से १९२१ तक सेनेट के सदस्य रहे। १९२१ में राष्ट्रपति का पद सँभाला। इनके प्रशासनकाल में १९२१-२२ में वॉशिगटन कॉनफरेंस द्वारा नौसेना की शक्ति सीमित रखने का प्रयास किया गया। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

२९. कॉल्विन कूलिज - दे. कूलिज, कॉल्विन।

३०. हर्वर्ट क्लार्क हूवर - इनका जन्म १० अगस्त, १८७४ को हुआ। इन्होंने इंजीनियर के रूप में अपना जीवन आरंभ किया। इसी संबंध में आस्ट्रेलिया, चीन, अफ्रीका, मध्य एवं दक्षिणी अमरीका और रूस में रहे। १९२१ से १९२८ तक व्यापार मंत्री रहे तथा रिपब्लिकन दल की ओर से १९२८ में राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। १९४७ से १९४९ तक यह हूबर कमीशन के अध्यक्ष थे। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

३१. फ्रैंकलिन डिलानो रूजवेल्ट - जन्म, ३० जनवरी, १८८२; मृत्यु, १२ अप्रैल, १९४५। हारवर्ड तथा कोलंबिया से शिक्षा प्राप्तकर १९०७ में इन्होंने वकालत आरंभ की। १९१३ से १९२० तक नौसेना विभाग के सहायक सचिव थे। १९२१ में लकवे की बीमारी से ग्रस्त हुए परंतु साहस न छोड़ा। १९२८ से १९३२ तक न्यूयार्क के गवर्नर रहे और डिमाक्रेटिक दल की ओर से १९३२ में राष्ट्रपति निर्वचित हुए तथा इस पद पर १९३३ से जीवन के अंत तक रहे। इन्होंने अपनी 'न्यू डील' नामक योजना द्वारा आर्थिक और सामाजिक दशा में क्रांतिकारी परिवर्तन किया। द्वितीय विश्वमहायुद्ध में इन्होंने मित्र राष्ट्रों की सहायता कर विजय प्राप्त की। यह अकेले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने परंपरा के विरुद्ध तीसरी ओर चौथी अवधि के लिए राष्ट्रपति का चुनाव लड़कर विजय प्राप्त की।

३२. हैरी एस. ट्रूमन - दे. ट्रूमन, हैरी एस.।

३३. ड्वाइट डेविड आइज़नहावर - दे. आइज़नहावर, ड्वाइट डेविड।

३४. जॉन फिटजेरल्ड कैनेडी - जन्म, २९ मई, १९१७; मृत्यु, २२ नवंबर, १९६३। हारवर्ड तथा लंदन स्कूल ऑव इकानॉमिक्स में शिक्षा प्राप्त की। यूरोप, पश्चिमी एशिया तथा दक्षिणी अमरीका का भ्रमण करने के पश्चात् १९४१ में अमरीकी नौसेना में भर्ती हुए और द्वितीय महायुद्ध में सफल सैनिक रहे। युद्धोपरांत कुछ दिन संवाददाता का कार्य करते रहे और फिर राजनीतिक क्षेत्र में आए। १९४६ से १९५२ तक कांग्रेस के सदस्य तथा १९५२ से १९६० तक सेनेट के सदस्य थे। इन्होंने लेखक के रूप में भी सफलता प्राप्त की। १९६० में डिमोक्रेटिक दल की ओर से राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। न्याय पर अधारित शांति, शांतिप्रिय देशों को सहायता तथा स्वतंत्रता एवं मनुष्य के सामान्य अधिकारों की रक्षा, इनके मूल उद्देश्य थे। अमरकी नीग्रो जनता के अधिकारों की रक्षा के समर्थक थे। डलास (टेक्सास) में भाषण देने के लिए जाते समय इनकी हत्या हो गई। (चंद्रभूषण त्रिपाठी)

३५. लिंडन बी जान्सन - दे. जान्सन बींस।