राशिचक्र आकाश में क्रांतिवृत्त (ecliptic) के दोनों ओर नौ अंश तक फैला हुआ कटिबंध राशिचक्र (Zodiac) कहलाता है। चंद्र, सूर्य और अन्य ग्रह राशिचक्र में चलते प्रतीत होते हैं। सुदूर स्थित तारागण राशिचक्रीय कटिबंध की पृष्ठभूमि हैं। महाविपुव (vernal equinox) से आरंभ करते हुए राशिचक्र को १२ बराबर भागों में विभक्त किया गया है। प्रत्येक को राशि कहते हैं। प्रत्येक राशि का नाम उस राशि के तारा प्रतिरूप के अनुसार दिया गया है। सूर्य एक वर्ष में राशिचक्र का परिपथ पूरा करता है।
बैबिलोनियावासियों ने राशिचक्र को १६ राशियों में विभक्त किया था। चंद्रमा की दैनिक गति के अनुसार चीनियों ने राशिचक्र को २८ राशियों में विभक्त किया। भारत में चंद्रपथ २७ नक्षत्रों में विभक्त है। यह जानना आवश्यक है कि उपर्युक्त सब विभाजन चांद्र राशिचक्र के हैं। (मंजुला मणिभाई पटेल)