राजगढ़ १. जिला, भारत के मध्यप्रदेश राज्य में, राजस्थान की सीमा पर एक जिला है, जिसका क्षेत्रफल, २,३८३ वर्ग मील तथा जनसंख्या ५,१६,८७१ (१९६१) है। राजगढ़ का अधिकतर भाग पहाड़ी है। यहाँ काली मिट्टी की अधिकता है। वनों में खैर, बोर, करोंदी, रेंड़ तथा धो के झाड़ हैं। यहाँ गोंद, शहद, मोम, लाख, घास और तेंदू की पत्ती का ठीका होता है। इन वनों में चंदन के वृक्षों के समूह शासन की संपत्ति माने जाते हैं। यहाँ की जलवायु सम है। वर्षा की मात्रा विभिन्न भागों में वर्ष भर में २९ से ५३ इंच तक है। यहाँ का कुछ ही भाग सिंचित और शेष असिंचित है। जिले के लगभग आधे भूभाग में खेती होती है। यहाँ कपास से बिनौला अलग करने, चमड़ा पकाने एवं चीनी निर्माण के कारखाने हैं। शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। इस जिले में कई स्थानों पर विशाल किले एवं महल हैं, जिनमें नरसिंहगढ़ का किला तथा पाटन, राजगढ़ और खिलचीपुर के महल उल्लेखनीय हैं। मुगलकालीन बहुत सी भग्न इमारतें तथा बौद्ध एव जैन मूर्तियाँ भी कई स्थानों पर पाई गई हैं।

२. नगर, स्थिति : २४° उ. अ. तथा ७६° ४०¢ पू. दे.। राजगढ़ नगर उज्जैन से ८५ मील उत्तर पूर्व में स्थित, राजगढ़ जिले का प्रशासनिक केंद्र है। नगर कृषि उपज, गेहूँ, ज्वार एवं बाजरा, की मंडी है। यहाँ एक कॉलेज एवं वन विभाग का कार्यालय है। यह नगर इसी नाम की देशी रियासत की राजधानी रह चुका है। (रा. प्र. सिं.)