राकिंघम, चार्ल्स बॉटसन वेंटवर्थ (१७३०-१७८२) यह दो बार इंग्लैंड का प्रधान मंत्री चुना गया। यह निस्स्वार्थी था। इसमें योग्य और विभिन्न प्रवृत्ति के व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता थी और उनसे सहयोग प्रात करने की कला भी इसे ज्ञात थी। १७६५ में इसने पहला मंत्रिमंडल स्थापित किया। राजा जार्ज तृतीय के विरोध करने पर भी इसने उपनिवेशों पर लगाए गए मुद्रांक अधिनियम (Stamp Act) काुभदा तैलंगो रद्द कर दिया। परंतु उपनिवेश संतुष्ट नहीं हुए क्योंकि दूसरे अधिनियम द्वारा इसने ब्रिटिश संसद् की प्रभुशक्ति और प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए पोषण की कि ब्रिटिश संसद् और बाह्य विषयों पर कर लगाने की अधिकारिणी है। (शु. ते.)